Shyam Mane Chakar Rakho Ji – Meaning in Hindi
श्याम मने चाकर राखो जी,
चाकर रहसूं बाग लगासूं,
नित उठ दरसण पासूं।
वृन्दावन की कुंजगलिन में
तेरी लीला गासूं॥
श्याम मने चाकर राखो जी,
चाकर रहसूं बाग लगासूं,
नित उठ दरसण पासूं।
वृन्दावन की कुंजगलिन में
तेरी लीला गासूं॥
जाके सिर मोर मुकुट, मेरो पति सोई।
तात मात भ्रात बंधु, आपनो न कोई॥
कोई कहे कारो, कोई कहे गोरो
लियो है अँखियाँ खोल
जागो बंसीवारे ललना,
जागो मोरे प्यारे॥
रजनी बीती भोर भयो है
घर घर खुले किवारे |
अब मैं सरण तिहारी जी,
मोहि राखौ कृपा निधान॥
मीरा दासी शरण तिहारी,
सुनिये दोनों कान॥
दरद की मारी बन-बन डोलूं
बैद मिल्या नहिं कोय।
मीरा की प्रभु पीर मिटेगी
जद बैद सांवरिया होय॥