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शिव पंचाक्षर स्तोत्र – अर्थ सहित – नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय
श्री शिव पंचाक्षर स्तोत्र - शिवस्वरूप - नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय - हे शंकर, आप नागराज को हार स्वरूप धारण करने वाले हैं, तीन नेत्रों वाले....
ओम जय शिव ओंकारा – शिव आरती
ओम जय शिव ओंकारा, भगवान शिव की आरती है, जिसमें उनके ओंकार स्वरूप की स्तुति की जाती है, और शिवजी की महिमा का बखान करती…
शिव शंकर को जिसने पूजा, उसका ही उद्धार हुआ
शिव शंकर को जिसने पूजा, उसका ही उद्धार हुआ। शिव शंकर को जिसने पूजा एक बहुत ही खूबसूरत भजन है, जिसमे हर पंक्ति भगवान शिव…
मेरा भोला है भंडारी, करे नंदी की सवारी
इस भजन में भगवान शिव को "भोला भंडारी" के रूप में वर्णित किया गया है, जो उनके सरल, उदार और भोले स्वभाव को दर्शाता है।…
सत्यम शिवम सुन्दरम – ईश्वर सत्य है, सत्य ही शिव है
यह भजन शिव जी के स्वरूप का वर्णन करता है, - ईश्वर के तीन रूपों को बताता है - सत्य, शिव और सुंदर। सत्यम शिवम…